मत्तग्यन्द सवैया -------------------- (1) चाँद समान लगे मुखड़ा,तन रंग लगे समझो वह सोना रूप लिये वह रूपवती,कर डारि गयी हमपे फिर टोना स्वप्न बुने हमने बहुतै,हर स्वप्न लगे तब मित्र सलोना बाद नही अब टेम उसे,यह प्यार रहा बन एक ख… Read more »
मत्तग्यन्द सवैया -------------------- (1) चाँद समान लगे मुखड़ा,तन रंग लगे समझो वह सोना रूप लिये वह रूपवती,कर डारि गयी हमपे फिर टोना स्वप्न बुने हमने बहुतै,हर स्वप्न लगे तब मित्र सलोना बाद नही अब टेम उसे,यह प्यार रहा बन एक ख… Read more »
देव दैत्य स्तुति करें,कोउ न पायो पार नमन करूँ कमलापते,तुम जीवन के सार ------------------ छंद : चौपाइयां Vidhan : 10-8-12=30 ------------------ हे केशव रसिया,सब मन बसिया,सुन लो अर्ज हमारी विपदा ने घेरा,डाला डेरा,तुम बिन जाय न … Read more »
बिना तेरे रहे हम यार हमको था गवारा कब । किया था प्रेम तुमसे यार पर तुमने निहारा कब । जुडी सांसे फकत तुमसे,तुम्ही इक आरजू मेरी । चले आते सनम फिर भी,मगर तुमने पुकारा कब । नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष” श्रोत्रिय निवास बयाना + 91 84 4008-4006 Read more »
Mehnat Ka fal Utkarsh dohawali Mattgyandy Savaiya Utkarsh ghanakshri Read more »
राज-ऐ-दिल -------------------- मोहब्बत है सनम तुमसे, खुले दिल आज कहते है । छुपाया था जो' वर्षो से, सुनो ! वो राज कहते है । नही जीना तुम्हारे बिन, तुम्ही हो जिंदगी मेरी । रही दिल में सदा से तु… Read more »
गजल : मेरी ख्वाहिश ★ ★ ★ ★ ★ Behar : 212-212-212-212 देश की शान मैं यूं बढाता रहूँ शीश झुकने न दूं मैं कटाता रहूँ काट दूँ हाथ वो,जो उठे देश पर दुश्मनो को युँ हीं मैं मिटाता रहूँ में लड़ाई लड़ूं आखिरी सांस त… Read more »
!! उत्कर्ष दोहावली Utkarsh Dohawali !! कविता लेखन सब करो,साध शिल्प अरु छंद कविता खुद से बोलती, उपजे बहु आनंद कविता लिखना सीखते, बड़े जतन के साथ मुख को जोड़ा पैर से, धड़ से जोड़े हाथ धड़ से बाजू जोड़िये, मुख को ऊपर जोड़ … Read more »
!! उत्कर्ष दोहावली Utkarsh Dohawali !! गजमुख की कर वंदना, धर शारद का ध्यान पञ्च देव सुमिरन करूँ, रखो कलम का मान ईश्वर के आशीष से, दूने हो दिन रात बिन मांगे सबको मिले, मेरी यही सौगात अधर गुलाबी मधु भरे, तिरछे नैन कटार मुख … Read more »
उत्कर्ष कवितावली का संचालन कवि / लेखक नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष द्वारा किया जा रहा है। नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर वैर तहसील के गांव गोठरा के रहने वाले हैं।
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