बाद जिंदगी यूँही ढल जायेगी [bhajan]

!! बाद  जिंदगी यूँही ढल जायेगी !! बिना हरि नाम  के  जीने वालो, जाम मद  मोह, का पीने वालों, जाप हरि नाम का करके देखो, जाम हरि नाम का पीकर देखो, गति  सुधरेगी,ओ भोले   पंछी, उम्र बाकी भी सम्भल जायेगी, बाद जिंदगी यूँही  ढल जाएगी, … Read more »

Doha chhand

DOHA CHHAND राधे  -  राधे    हो     रही, चहुँ दिशि देखो आज अजब गजब तेरी  छटा, गोवर्धन      गिरिराज राधे   -  राधे     है   कहूँ, है   कान्हा   का  शोर श्याम   रंग  में   है  रँगे, बृज  के  चारो    ओर हे  ! केशव बृजराज सुन, बृज  में  भूखी  गाय कौन… Read more »

महाश्रृंगार छंद [Mahashringar chhand]

महाश्रृंगार छंद  [Mahashringar chhand]  विधान : यह सम मात्रिक छन्द है।इसके प्रत्येक चरण में 16 ,16 मात्राएँ होती है ।दूसरे व चौथे चरण में सम तुकान्त रहता है। चरणान्त दीर्घ लघु से। आदि में त्रिकल द्विकल(3,2) व अन्त में द्विकल त्रिकल(2,3) सुनो ! बृसभानु लली… Read more »

उत्कर्ष दोहावली २५/५/२०१८

जनक सुता माँ जानकी,अरु दशरत सुत राम । श्री   चरणों   मे  आपके,मेरा नमन प्रणाम ।। - उत्कर्ष अज्ञानी    ठहरा    प्रभो,नहीं तनिक भी ज्ञान । क्षमा  करो   मम  भूल हे,पवन पुत्र हनुमान ।। - उत्कर्ष ज्ञान   दायनी  भगवती,रखो कलम का मान । तुरत  संभालो  काज म… Read more »

देशहित गीत [ Desh bhakti geet ]

देशहित गीत [ Desh Bhakti Geet ] पाकिस्तान  करे  मनमानी, उसे   जवाब   जरूरी है  मूक  बने  बैठे   क्यों मोदी,आखिर क्या मजबूरी है  छप्पन इंच का सीना फिर, क्यों ये साहस खोता है  मौन  साधना   देख  तुम्हारी, वीर सिपाही रोता है  नैन  अगारी   देश   द्रोह … Read more »

शूर [veer] a solder

छंद : मत्तगयंद सवैया सूर  चलौ    चढ़  सूरन ऊपर, फूलन    हार   लपेट    तिरंगा आँगन  छोड़  बसौ  हद   ऊपर, रोक लिये अरि के सब दंगा जान  लुटा  अपनी  धरती  पर, एकहि  रंग  करौ    पँचरंगा संग भरे कर को  जग आमत,आमत रिक्त लिये तन नंगा - नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष छंद … Read more »

मुक्तक :दिल से...

नजारों में  कहाँ  अब  हम,नहीं  पहचान  पाओगे । मगर  जिंदा  अभी हम हैं,कभी  तो जान जाओगे । भुला सकते नहीं हमको,भगत हम श्याम के ठहरे । चले   आयेंगे   यादों   में,भजन जब आप गाओगे ।। नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष श्रोत्रिय निवास बयाना +91 9549899145 Read more »

मदिरा से मत हाथ लगाना [ Don't Use Wine ]

!! मदिरा से मत हाथ लगाना !! मदिरा  ते  मत  हाथ लगाना,तुम्हे  जान   यदि प्यारी हो हाथ छुये  ते  खण्डित जीवन,सभी  जगह फिर ख्वारी हो मदिरा ते मत हाथ लगाना......... नष्ट करे तन, धन, अरु जीवन,नष्ट  जगत व्यवहार करे मदिरापान  करें  उनकी   इस,जीवन   मे   नह… Read more »