शंकर छंद [ Shanker Chhand ]  शंकर छंद  विधान :  16/10 अंत मे गुरु लघु क्रमशः दो - दो पंक्तियाँ समतुकांत दीन सुदामा   की  पुकार को, सुनो     राधेश्याम आठ पहर  जिसके अधरों पे, कृष्ण  रहता नाम पाँच द्वार से  भीख  माँगकर, पूर्ण   करता   धर्म कैसा  ये   प्… Read more »