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शायरी कहूँ या दर्द

* अर्ज करता हूँ * "तेरी बातों में जब मेरा ही जिक्र हो, फिर कैसे ना मुझे  तेरी  फ़िक्र हो... * एक और * मोहब्बत से नफरत थी तुम्हे,ऐ !जिंदगी फिर नफरतो में हमारा क्या काम...... प्यार से नफरते बनी,... Read more »

मुक्तक : 05

आपका इंतज़ार ------------------------ बिठा कर हम निगाहों को,किये इन्त'जार बैठे है । मचलता है कि पागल मन,लिए हम प्यार बैठे है । तमन्ना  इक  हमारी   तुम,रही  कब दूसरी  कोई । चली आओ सनम अब हम,हुए  बेक'र... Read more »

दर्द की पुकार

Heart Broken सुनो ओ दिलजलों,   आ कर हमसे मिलो, बहुत जले हो अकेले , साथ मेरे जलो , हम भी तनहा अकेले, तुम भी तन्हा रहे हो, अब  यूँ ना तन्हा रहो, साथ हमारे चलो, ओ दिल जलो -साथ मेरे जलो           -नवीन के श्रोत्रिय          श्रोत्रिय निवा… Read more »