★★मरुभूमि और महाराणा★★ पंद्रह सौ चालीसवाँ, कुम्भल राजस्थान जन्म हुआ परताप का, जो माटी की शान माता जीवत कँवर औ, तात उदय था नाम पाकर ऐसे वीर को, धन्य हुआ यह धाम पन्दरा सौ अड़सठ से, सत्तानवे के बीच अपने ओज प्रताप से, मेवाड़ दिया स… Read more »
★★मरुभूमि और महाराणा★★ पंद्रह सौ चालीसवाँ, कुम्भल राजस्थान जन्म हुआ परताप का, जो माटी की शान माता जीवत कँवर औ, तात उदय था नाम पाकर ऐसे वीर को, धन्य हुआ यह धाम पन्दरा सौ अड़सठ से, सत्तानवे के बीच अपने ओज प्रताप से, मेवाड़ दिया स… Read more »
उत्कर्ष कवितावली का संचालन कवि / लेखक नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष द्वारा किया जा रहा है। नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर वैर तहसील के गांव गोठरा के रहने वाले हैं।
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