आपका इंतज़ार ------------------------ बिठा कर हम निगाहों को,किये इन्त'जार बैठे है । मचलता है कि पागल मन,लिए हम प्यार बैठे है । तमन्ना इक हमारी तुम,रही कब दूसरी कोई । चली आओ सनम अब हम,हुए बेक'रार बैठे है । फ़ेसबुक और प्यार ------------------------… Read more »
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