मुक्तक : MUKTAK Author:नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष” 2/02/2017 04:55:00 pm मुक्तक : MUKTAK मुझे ले लो शरण में आप हे बजरंग बालाजी करूँ इक ध्यान बस तेरा चढा है रंग बालाजी करो वो आप कुछ ऐसा,हुआ ना आज तक जो हो करो ऐसा रहे सारा जमाना दंग बालाजी Muktak ka udaharan
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