छंद : मंदाक्रांता
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मंदाक्रांता छंद परिचय :-
यह छंद
वार्णिक
छंद है,
वार्णिक छंदो में मंदाक्रांता लोकप्रिय छंद रहा है। इसके प्रत्येक चरण में क्रमशः मगण भगण, नगण, तगण, तगण,गु,गु, के योग से 17 वर्ण होते हैं। जिसमे क्रमशः 10 एवं 7 वर्णो पर यति होती है।
( मगण भगण नगण तगण तगण गु गु )
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माँ वागीशा, विनय करता,आप ही हो सहारा
विद्या दात्री,मति विमल दो,हो न ये अंधियारा
शिक्षा की माँ अलख द्युति से,ज्ञान गंगा बहाऊँ
ईर्ष्या, माया तज जगत में नाम उत्कर्ष पाऊँ
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