रक्ता छंद [Rakta Chhand ] Author:नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष” 9/18/2018 09:12:00 am रक्ता छंद [Rakta Chhand ] विधान :- रगण जगण गुरु【212 121 2 】कुल 7 वर्ण, 4 चरण [दो-दो चरण समतुकांत] (1) मात ज्ञान दीजिये दूर दोष कीजिये मंद हूँ विचार दो लेखनी सँवार दो (2) मात हंसवाहिनी आप ज्ञान दायिनी अंध को तार दो कष्ट ये निवार दो रक्ता छंद [Rakta Chhand ]
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